ईमानदारी क्या होती है? | What is honesty?

ईमानदारी सिर्फ एक शब्द ही नहीं है. किसी भी व्यक्ति के चरित्र को दर्शाती है ईमानदारी की कोई व्यक्ति कितना सच्चा और भरोसे मंद है. दुनिया की किसी भी किताब से आप सिर्फ ईमानदारी को समझ ही सकते हो उसकी अलग-अलग परिभाषा को पढ़ के जान सकते हो की ये होती है ईमानदारी. असल में ईमानदारी का मतलब किसी भी हालात या परिस्थिति से डगमगाना नहीं सदैव अपने ईमान पर बरक़रार रहना है. हमेशा ईमानदारी का साथ पकड़े रखना यानी हमेशा धर्म पूर्वक काम को करना अपने एवम् अपनों के प्रति में. आजकल दुनिया में ईमानदारी शब्द का मोल कम सा होता दिख रहा है जहां पर पहले के समय में हर व्यक्ति का अपना ईमान होता था सब एक दूसरे के प्रति में ईमानदार होते थे वही अब ईमानदारी कम होंगी गई है या ऐसा कहे लीजिये ईमानदारी अब सौदे में तबदील हो गयी है जिसके पास में पैसा है या फिर जहां पर व्यक्ति को फ़ायदा दिखता है सिर्फ उसके ही के प्रति व्यक्ति ईमानदार रहता है.

जाने ईमानदार व्यक्ति की पहचान

ईमानदारी का संबंध सच्चाई, अच्छाई, मेहनत और भरोसे से होता है. न की सिर्फ ऊपर-ऊपर से दिखा के बल्कि अन्दर से सच्चे दिल से भी. कौन व्यक्ति कितना ईमानदार है अगर उससे पूछे गए सवालों का सही से उत्तर दे देता है एक दम निष्पक्षता से तो वो व्यक्ति ईमानदार होता है. मतलब जहां वो व्यक्ति सही है तो सही ही कहता है अपनी बात पर टिका रहता है और जहां पर व्यक्ति गलत होता है तो अपनी उस गलती को स्वीकार करने की हिम्मत भी करता है. ईमानदारी का रास्ता बहुत कठिनाइयों से भरा हुआ होता है बहुत बार मन विचलित होता है डगमगाता है ईमानदारी की रहा पर चलने से. अकसर लोग ईमानदार व्यक्ति को नीचे गिरने की कोशिश पर ही लगे रहते है उसके साथ में समझौता करने का प्रयास करते रहते है कभी प्यार से तो कभी डरा धमका कर के. पर एक सच्चा ईमानदार व्यक्ति न तो कभी समझौता करता है और न कभी डरता है अपनी ईमानदारी को बताने से. किसी भी प्रकार का समझौता न करके जीवन की हर परेशानी को अच्छे से ख़ुशी-ख़ुशी झेलते हुए आगे बढ़ता चलता है. अकसर ईमानदार व्यक्ति को सफलता का रास्ता पाने में बहुत कठिनाई होती है, कठिनाई सिर्फ बातों में ही नहीं होती बल्कि इसमें होती है कि व्यक्ति अपने मूल सिद्धांतों के साथ में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए चले उन्हें छोड़े नहीं किसी भी हालात में. अकसर ईमानदार व्यक्ति एकदम सपक्ष बाते करता है ज्यादा घूमा फिरके बाते नहीं करता है जो कुछ बाते उसके दिल में होती है वही बाते उसकी जुबान पर भी होती है जिसे वो सीधा-सीधा कहे देता है और उस ही के अनुसार काम करता चलता है.

ईमानदारी सिर्फ मूल्य के मतलब तक ही रहे गई

आजकल की दुनिया में ईमानदारी सबसे ज्यादा सिर्फ पैसो के प्रति और अपनी जरूरतों को पूरा करने तक ही सीमित रहे गई है सिर्फ यही तक देखने को मिलती है. इंसान बस ऊपरी तौर पर सिर्फ पैसो के लिए ईमानदार का नकाब पहने हुए है जिससे उसकी ज़रूरते पूरी हो सके. जैसे ही कभी पैसो में उच्च-नीच हो जाये तो व्यक्ति की ईमानदारी भी उस ही हिसाब से बदल जाती है उसकी ईमानदारी में भी उच्च-नीच देखने को मिल जाती है. ये उच्च-नीच सिर्फ एक व्यक्ति या गिनती के व्यक्तियों के अन्दर में ही नहीं है ये तक़रीबन सभी ही इंसानों में ऐसे ही देखने को ईमानदारी का यही रूप देखने को मिलती है. यही आज के समय की सच्चाई और ईमानदारी की बदली हुई एक नई परिभाषा है.

क्यों किया ईमानदारी के साथ में समझौता

कुछ हद तक पैसो के प्रति ईमानदार होना सही है पर पैसो के लालच के लिए अपनी ईमानदारी के कर्तव्य को भूल जाना एक दम गलत है. देखिये कुछ हद तक पैसो के प्रति ईमानदार होना सही है इसके पीछे एक वजह है क्योंकि पहले के समय में पैसा कम होते थे लोगों के पास में और परिवार भी बड़े हुआ करते थे. ऐसे में अगर कुछ भी गलत होता नौकरी के अन्दर ईमानदार व्यक्ति के साथ में या फिर सामने में ही तो उसको इस चीज को सहना पड़ता अगर वो ईमानदार व्यक्ति अपनी ईमानदारी के साथ में समझौता नहीं करता तब उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ता और फिर  ईमानदारी की वजह से उसके पीछे जो उसका परिवार जो उस पर निर्भर था, उन्हें बिना बात की सजा भुगतनी पड़ती. दूसरा एक कारण ये भी है की पहले नौकरी और पैसा दोनों ही बहुत कम हुआ करती थी अगर ईमानदारी के चक्कर नौकरी छुट जाये तो दुबारा से मिलनी बहुत मुश्किल होती थी. और नौकरी न मिलने की वजह से अपने और परिवार के भूखा मारने की भी नौबत आ जाती थी. जिसका ज़िम्मेदार सिर्फ वो ईमानदार व्यक्ति ही होता.

बहुत मुश्किल है आज के समय में ईमानदार व्यक्ति बनना

 आज के समय में ईमानदार बनाना उतना ही मुश्किल है जितना की आज के समय में हर व्यक्ति का सरकारी नौकरी पाना. जिस तरह हर व्यक्ति को सरकारी नौकरी नहीं मिलती ठीक उस ही तरह से हर व्यक्ति ईमानदार नहीं हो सकता. आज के समय में किसी के जीवन में अगर कोई व्यक्ति ईमानदार है फिर वो चाहे किसी भी संबंध में तो ऐसा व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली है क्योंकि ऐसा ईमानदार व्यक्ति आपको हमेशा सत्य से रूबरू करवाता रहेगा या ऐसा कहे लीजिये आपको आप से रूबरू करवाता रहेगा आपको इस उलझी हुई दुनिया में खोने नहीं देगा और अगर ऐसे ईमानदार व्यक्ति आप खुद हो तो आपको कोई भी बेवकूफ नहीं बना सकता, सही और गलत की समझ होती है आपके अन्दर में जिस वजह से आपके कामयाब होने की संभावना भी अधिक हो जाती है.               

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